UPI Good NEWS: भारत में बढ़ते ऑनलाइन लेनदेन को देखते हुए सरकार ने दिन प्रतिदिन अपनी टेक्नोलॉजी में काफी ज्यादा बदलाव ला रही है ऐसे में अधिकतर दिन प्रतिदिन गुगल पे, यूपीआई, फोन पे, पेटीएम जैसे पेमेंट गेटवे एप्लिकेशन मे थोडी चक से बड़ा नुकसान हो सकता है ऐसे में देखते-देखते लोगों को बहुत बडा नुकसान भी हो जाता है, ऐसी स्थिति में लोगों को इन नई अपडेट की जानकारी पूर्ण रूप से होना आवश्यक है।
NPCI यानी ऑनलाइन पेमेंट कंपनी अपने पेमेंट सिस्टम को और ज्यादा सुरक्षित बना रही है ऐसे में सुरक्षित करने के लिए चेहरे और फिंगरप्रिंट से हो जाएगा अब यूपीआई पेमेंट क्योंकि यह लेनदेन आप पहले से सुरक्षित हो चुका है और साथ ही अब आसानी से सभी यूजर्स के अकाउंट और फाइनेंशियल डिटेल की सुरक्षा जरुरी है। आप ट्रांजैक्शन सैफ और सीकर करने के लिए आसानी से यूपीआई ट्रांजैक्शन को सीकर कर सकते हैं इसके लिए आपको बायोमेट्रिक आथेंटिकेशन का उपयोग करना होगा।
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आरबीआई ने हाल ही में यूपी की इस कंपनी का रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया है, ऐसे में अगर आप पेमेंट में गड़बड़ी करते हैं तो ऐसी स्थिति में यह मामला क्योकी आडिट के अनुसार 31 मार्च 2021 तक NBFC नकदी प्रवाह के मुद्दो का सामना कर रही थी और अपने ऋणदाताओ को 49.27 करोड रुपये का पुनर्भुगतान करने मे चूक गई थी।
कंपनी NBFC और MFI के लिए निर्धारित न्यूनतम नियामकीय शुद्ध स्वामित्व निधि 5 करोड रुपए और न्यूनतम पूंजी पर्याप्तता अनुपात CAR 15 प्रतिशत पर बनाए रखने मे विफल रही।
UPI Biometric Authentication
यूपीआई से डिजिटल पेमेंट में आ रही तेजी के साथ अधिक फ्रॉड मामले भी बढ़ रहे हैं ऐसे में रेगुलेटर ने बड़े मामलों को देखते हुए फ्रॉड को निर्धारित करने के लिए नई तैयारी की है इसके तहत यूपीआई ट्रांजैक्शन को पी की जगह बायोमीट्रिक से ऑथेंटिकेट किए जाने की व्यवस्था पर काम चल रहा है।
बदल गया यूपीआई पेमेंट का तरीका
मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार डिटेल पेमेंट सिस्टम के ऑपरेटर नेशनल पेमेंट्स कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया यानी एनपीसीआई ने यूपीआई से होने वाली भुगतान को सुरक्षित करने के लिए सरकार द्वारा काफी बड़े बदलाव किया है जिसके तहत भुगतान भुगतान को सुरक्षित बनाने के लिए काफी ज्यादा बड़े बदलाव किए जा रहे हैं ऐसे में यूपीआई ने अपने पेमेंट को सत्यापित ऑटोमेटिक कर दिया है जिसके तहत अब आप बायोमीट्रिक का इस्तेमाल किया जाएगा. फिंगरप्रिंट या फेस ऑथेंटिकेशन यानी चेहरा देखकर सत्यापन आदि बायोमीट्रिक विकल्पों पर विचार चल रहा है.